टीआईटीएस कॉलेज ने प्राप्त की नैशनल डीजीटल 

लाईब्रेरी ऑफ इण्डिया की सदस्यता

नॉडल ऑफीसर, अंग्रेजी प्रवक्ता डा. सुधीर नारायण सिंह एवं 

टीआईटी संस्था के निदेशक प्रो. डा. राजेन्द्र कुमार अनायत

भिवानी, 10 जून। बिरला समूह द्वारा सन 1943 से स्थापित देश के प्रतिष्ठित तकनीकी शिक्षण संस्थान द टैक्रॉजीकल इंस्टीटयूट ऑफ टैक्सटाईल एण्ड साईंसेज ने नैशनल डीजीटल लाईब्रेरी ऑफ इण्डिया की संस्थागत सदस्यता अर्जित की है। इस सदस्यता के तहत टीआईटी के इंजीनीयरींग के सभी छात्र, शोधार्थी एवं प्राध्यापक ऑनलाईन माध्यम से एनडीएल का नि:शुल्क लाभ उठा सकेंगे। नैशनल डीजीटल लाईब्रेरी ऑफ इण्डिया ने टीआईटी संस्था के अंग्रेजी प्रवक्ता डा. सुधीर नारायण सिंह को इस कार्य हेतु बोडल आफीसर मानीत किया है। नॉडल ऑफीसर डा. सिंह ने बताया कि मानव संसाधन मंत्रालय के मार्गदर्शन में भारतीय प्रोद्योगीकीय संस्थान आईआईटी खडग़पुर ने देश में गुणवता परक पुस्तकों, शोध प्रबन्धो, मौलिक ग्रन्थो को डीजीटल स्वरूप परीवर्तीत कर देश सेवा हेतु नैशनल डीजीटल लाईब्रेरी ऑफ इण्डिया की संकल्प एवं स्वरूप को साकार किया है। उन्होंने बताया कि तकनीकी ज्ञान का यह विराट भण्डार टीआईटी संस्था के छात्र, प्राध्यापक एवं कर्मचारी नि:शुल्क प्रयोग की यह उपलब्धि निश्चित रूप से तकनीकी शिक्षण, प्रशीक्षण के स्तरीय प्रतीमानों को प्राप्त करने में मद्दगार साबीत होगी। संस्था के निदेशक प्रो. डा. राजेन्द्र कुमार अनायत ने कहा कि डिजिटल इंडिया की संकल्पना के इस विशालतम स्वरूप से टीआईटी संस्था के हजारों-हजारों छात्रो, प्राध्यापकों को हेतू विशालतम नॉलेज रीपो जीटरी से जोडऩे तथा उन्हें एक साथ उपयोग में ला सकने के अथक प्रयासों का परीणाम है। प्रो. अनायत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है  कि संस्था आगे भी ऐसे रचनात्मक कार्यो हेतु प्रयासरत रहेगी। टीआईटीएस के सहायक लाईब्रेरीयन संजय शर्मा ने कहा कि डा. सुधीर नारायण सिंह के इस प्रयास से टीआईटीएस की लाईब्रेरी देश की चुनीन्दा पुस्तकालयों में शामील हो चुकी है। इस अवसर पर प्रो. डा. एसके शर्मा, प्रो. केएन चटर्जी, डा. मुकेश शर्मा, डा. सुरेंद्र कौशिक, कमल सरदाना, अनिल सचदेवा, डा. सुनील रोहिल्ला, हिना आदि ने बधाई दी।

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